अगाध प्रेम का स्रोत फूट रहा थाउसके भीतर
अपने आदीप्त नेत्रों से अनन्त के कितने पलों तकउसने पुकारा बीह़ड़ों में गुम हो गये अपने आदिम प्रेम को
अपने शैशव को जगाते हुए अपनी वात्सल्य-आतुर उंगलियों सेउसने मुझे भरपूर छू कर देखाकि कहीं मैं पत्थर तो नहीं हो गया हूँकि कहीं मेरे भीतर सूख तो नहीं गई है मिठासऔर दूध की धारा
हवा उठी अंगारों पर से राख हटाती हुई,नदी ने पूछा किसी समुद्र का पता,वह यहाँ तक आई थी पर्वतों को लाँघती, उफनती हुई
आम के पेड़ों और हरे भरे खेतों की मेड़ों कोअपनी साँसों में न्योतते हुए उसने मुझसे ओज औरपानी की बातें की,सपनों का एक गाँव भी उसने बसाया है, उसने कहा
बाऱिश की तेज़ झड़ी में काँपती हुई वह एक बेल थीफलों से लदी हुई,असंख्य नई पत्तियाँ उसके भीतर आँखे खोल रही थीं/ जेठ की धूप में भी नहीं मरी थींकोंपलें
न मालूम कितने जन्मों की गोठण की तरह वह मुझसेमिल रही थी न मालूम कितने जन्मों के वास्ते
अगाध प्रेम का स्रोत फूट रहा था उसके भीतर,वहाँ सब नया-नया था और पुराना कुछ भी नहीं था।-----रचना दिनांक 19 फरवरी 2005
रतन चौहान : 6 जुलाई 1945, गाँव इटावा खुर्द, रतलाम, मध्य प्रदेश में एक किसान परिवार में जन्म।
अंग्रेज़ी और हिन्दी में स्नातकोत्तर उपाधि।
प्रकाशित कृतियाँ - (कविता संग्रह, हिन्दी) : अंधेरे के कटते पंख, टहनियों से झाँकती किरणें। (कविता संग्रह, अंग्रेजी) : रिवर्स केम टू माई डोअर, ‘बिफोर द लिव्ज़ टर्न पेल’, लेपर्डस एण्ड अदर पोएम्ज़। हिन्दी से अंग्रेजी में पुस्तकाकार अनुवाद : नो सूनर, गुड बाई डिअर फ्रेन्ड्स, पोेएट्री आव द पीपल, ए रेड रेड रोज़, तथा ‘सांग आव द मेन’। देश-विदेश की पत्रिकाओं में अनुवाद प्रकाशित ।
साक्षात्कार, कलम, कंक, नया पथ, अभिव्यक्ति, इबारत, वसुधा, कथन, उद्भावना, कृति ओर आदि पत्रिकाओं में मूल रचनाओं के प्रकाशन के साथ-साथ दक्षिण अफ्रीका, यूरोप एवं रुस के रचनाकारों का अंग्रेजी से हिन्दी अनुवाद।
इण्डियन वर्स, इण्डियन लिटरेचर, आर्ट एण्ड पोएट्री टुडे, मिथ्स एण्ड लेजन्ड्स, सेज़, टालेमी आदि में हिन्दी के महत्वपूर्ण कवियों की कविताओं के अंग्रेजी अनुवाद। एण्टन चेखव की कहानी 'द ब्राइड' और प्रख्यात कवि-समीक्षक-अनुवादक श्री विष्णु खरे की कविता ‘गुंग महल’ का नाट्य रूपान्तर। ‘हिन्दुस्तान’ और ‘पहचान’ अन्य नाट्य कृतियाँ। अंग्रेज़ी और हिन्दी साहित्य पर समीक्षात्मक आलेख। जन आन्दोलनों में सक्रिय।सम्प्रति - शासकीय स्नातकोत्तर कला एवं विज्ञान महाविद्यालय, रतलाम में अंग्रेजी के प्राध्यापक पद से सेवा निवृत। सम्पर्क : 6, कस्तूरबा नगर, रतलाम (मध्य प्रदेश) 457001. दूरभाष - 07412 264124 कृपया मेरे ब्लाग ‘एकोऽहम्’ http://akoham.blogspot.com पर भी एक नजर अवश्य डालें।